भारत में प्रतिदिन बलात्कार की घटनाएं बड़ती ही जा रहीं हैं,
ऐसा लगने लगा है जैसे कानून व्यवस्था को इन दुराचारियों ने खिलौना समझ लिया है।
दिल्ली निर्भया बलात्कार कांड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। एक 23 वर्षीय लड़की और उसका दोस्त फिल्म देख कर घर लौट रहे थे. मुनिरका से द्वारका लौटने के लिए वे दोनों वाइट लाइन बस में चढ गए। बस के अन्दर बैठे लोगों ने पहले लड़की के साथ छेड़-छाड़ शुरू कर दी। जब लड़की के दोस्त ने इसका विरोध किया तब एक लोहे की रोड से मारकर उसे बेहोश कर दिया गया| बलात्कारियों ने लड़की के साथ मार-पीट की और उसके साथ
बलात्कार किया। बलात्कार के सभी 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, उनमे से राम सिंह नाम के आरोपी की कार्यवाही के दौरान जेल में ही मौत हो गयी। 4 आरोपियों को मौत की सज़ा सुनाई गयी और एक आरोपी जिसकी उम्र 18 वर्ष से कम थी उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया|
बलात्कार किया। बलात्कार के सभी 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, उनमे से राम सिंह नाम के आरोपी की कार्यवाही के दौरान जेल में ही मौत हो गयी। 4 आरोपियों को मौत की सज़ा सुनाई गयी और एक आरोपी जिसकी उम्र 18 वर्ष से कम थी उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया|
शोपियां - 29 मई 2009 को जिले के बोनपोरा गांव की ननद-भाभी आसिया व नीलोफर अपने बगीचे से घर वापस आ रही थीं,
तभी वे रहस्यमय तौर पर लापता हो गईं और
30 मई को दोनों का शव रंबीआरा नाले के निकट मिला। लोगों ने सुरक्षाबलों के जवानों पर दुष्कर्म करने और फिर हत्या˪
करने का आरोप लगाया था,
जबकि सीबीआइ ने अपनी रिपोर्ट में दोनों की मौत डूबने से हुई बताई
गीता चोपड़ा- गीता चोपड़ा,
उनके पति संजय चोपड़ा और उनके दो बच्चों को अगवा कर उनकी ह्त्या कर दी गयी थी। दो युवक जसबीर सिंह और कुलजीत सिंह पर बलात्कार और ह्त्या का आरोप लगा। दोनों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई
दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा जो की मिज़ोरम की रहने वाली थी उसे धौला कुआँ के पास से 4 लोगों ने अपहरण कर उसके साथ चलती कार में बलात्कार किया|पुलिस ने इस घटना के मुख्य आरोपी अजीत सिंह कटियार को उसके नॉएडा घर से गिरफ्तार किया| अजीत सिंह के खिलाफ़ पुलिस ने चार्टशीट दायर की और न्यायालय द्वारा उसे दोषी करार देते हुए 14 वर्ष की सज़ा सुनाई|
जलगाँव रेप केस महाराष्ट्र में घटी बड़ी घटनाओं में से एक था| यह केस वर्ष 1994 में सामने आया। पीड़ित महिलाओं की संख्या करीब 500 थी, जिसमें स्कूल जाने वाली नाबालिक लड़कियों की संख्या अधिक थी|कुछ पीड़ितों का कहना था की यौन उत्पीड़न से पहले उन्हें मानसिक यातनाएं दी गयी और ब्लैकमेल किया गया। वर्ष 1993 में कुछ लड़कियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई और कई सैकड़ो महिलाओं को पुलिस ने इन मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ा लिया|
अंजना मिश्रा बलात्कार कांड उड़ीसा का एक हाई प्रोफाइल केस था| अंजना का बलात्कार 9 जनवरी 1999 को हुआ था| उस दिन अंजना अपने एक दोस्त के साथ कार से सफ़र कर रही थी, तभी रास्ते में तीन लोगों ने उन्हें रोका और अंजना के दोस्त के सामने ही अंजना का बलात्कार किया| तीन में से दो लोगों को दोषी करार दिया गया और आजीवन कारावास की सज़ा के साथ 5000-5000 रूपये का जुर्माना लगाया गया|
वर्ष 1992 में अजमेर में हुआ यह बलात्कार कांड उस समय का सबसे बड़ा बलात्कार कांड था | एक दोस्तों के समूह ने पहले तो स्कूल की 100 लडकियों से दोस्ती की फिर उनका बलात्कार किया| उन्होंने लड़कियों की अश्लील तस्वीरें खींच कर उनका शोषण किया। बलात्कार के पश्चात जब उन्हें समाज और परिवार का साथ नहीं मिला तो उनमें से 6 पीड़ित लड़कियों ने आत्महत्या कर ली | इस काण्ड में 8 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और न्यायालय द्वारा दोषियों को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गयी, पर कुछ समय पश्चात् न्यायालय द्वारा उनकी सज़ा घटाकर 10 वर्ष कर दी गयी|
वचाती (तमिलनाडु) कांड 20 जून 1992 को हुआ था| एक 269 सदस्यों के दल ने जिसमें वन विभाग के कर्मचारी और पुलिस शामिल थी इस दलित गांव में चन्दन तस्कर वीरप्पन की खोज में घुसे। खोज के दौरान दल ने उनके घरों में तोड़-फोड़ की और 18 महिलाओं के साथ बलात्कार किया| सीबीआई जांच के बाद सभी को दोषी करार दिया गया| 54 लोगों की जांच के समय ही मौत हो गयी और 215 लोगों को जेल भेज दिया गया|
इमराना बलात्कार कांड यौन उत्पीड़न की ऐसी घटना थी जिसमें एक ससुर ने अपनी 28 वर्षीय बहु को हवस का शिकार बनाया था| इमराना का बलात्कार 69 वर्ष के उसके ससुर अली मोहम्मद ने किया था| पुलिस ने धारा 376(बलात्कार) और 506(धमकाने) के तहत मामला दर्ज किया. अली मोहम्मद को 10 वर्ष का कारावास एवं 8000 रूपये का जुर्माना लगाया।
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