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Tuesday 13 January 2015

कानपुर के हाई प्रोफाइल ज्योति हत्याकांड का क्या है सच !!


कानपुर में हाई प्रोफाइल ज्योति हत्याकांड का पर्दाफाश जब पुलिस ने किया तो सबको बहुत हैरानी हुई सब ये देख कर हैरान थे  की हत्या करने वाला कोई और नहीं ज्योति का पति निकला, और वो पति हर टेलीविज़न चैनल पर ज्योति की मौत पर आशु बहा रहा था। पुलिस के मुताबिक, ज्योति का कातिल उसका पति पीयूष ही था वारदात को उसने अपने ड्राइवर के साथ मिलकर अंजाम दिया था। शुरू में तो पीयूष ने पुलिस को बरगलाने की पूरी कोशिश की लेकिन जैसे जैसे पुलिस ने सबूतों को उसके सामने रखा वो टूटा गया और जुर्म का इकबाल करने पर मजबूर हो गया।

यूपी पुलिस ने 72 घंटे में ही इस हाई प्रोफाइनल मर्डर की मिस्ट्री को सुलझाने का दावा किया पुलिस के हाथ लगे सबूतों पर अगर गौर करें तो कानपुर में सिर्फ ज्योति का मर्डर नहीं हुआ था उसके साथ रिश्ते और भरोसे का भी खून हुआ था और कातिल ज्योति का पति पीयूष था।
आपको बता दें,  27 जुलाई की   रात को पीयूष   श्याम दासानी ने अपनी पत्नी ज्योति   की हत्या अपनी करोड़पति प्रेमिका   और अपने पूर्व चालक तथा तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर की थी। ज्योति का शव पीयूष की कार में 28 जुलाई की सुबह मिला था। वारदात के बाद पीयूष ने पुलिस को गुमराह करने और मामले को उलझाने की पूरी कोशिश की थी। लेकिन उसने सबूत कुछ ऐसे छोड़ रखे थे कि उनके सामने आने के बाद खुद उसे भी इकबाल--जुर्म करने पर मजबूर होना पड़ा।
मामला सामने आने के बाद से ही पीयूष शक के दायरे में था। उसके बयान उसकी हरकतें साफ जाहिर कर रही थी कि दाल में कहीं ना कहीं कुछ काला जरूर है। पुलिसिया तफ्तीश में ये बातें साफ हो गईं कि दाल में कुछ नहीं बल्कि बहुत कुछ काला था। पीयूष ने बाहरवाली के चक्कर में इस खौफनाक साजिश और वारदात को अपने ड्राइवर की मदद से अंजाम दिया था।

पति की बेवफाई की शिकार कानपुर की ज्योति की दुखों का अंत बेहद ही दर्दनाक रहा। जिंदा रहते जहां उसे पति का प्यार नहीं मिला और इस दुनिया से रूखसत होने से पहले उसने जिंदगी के बेइंतहा दंश झेले। ज्योति ने खुद एक डायरी में अपने दुखों को उड़ेला है। कानपुर पुलिस को मिली ज्योति की एक निजी डायरी से पता चलता है कि हत्यारे करोड़पति बिस्कुट व्यापारी पीयूष श्याम दासानी की पत्नी ज्योति के शादी के पहले दिन से ही संबंध ठीक नहीं थे।

डायरी के अनुसार ज्योति ने परिवार के दबाव में शादी की थी और पीयूष के पहले से ही कई लड़कियों से प्रेम संबंध चल रहे थे। पीयूष, उसकी प्रेमिका और चालक ने मिलकर कथित तौर पर ज्योति की हत्या कर दी थी। कानपुर जोन के पुलिस महानिरीक्षक ने स्वीकार किया कि मृतका ज्योति की निजी डायरी पुलिस के हाथ लगी है जिसकी विस्तृत रूप से जांच की जा रही है।
इसमें कई चौंका देने वाली बातें सामने आई हैं। पुलिस की विशेष टीमें डायरी में दर्ज बातों का बारीकी से अध्ययन कर रही है।  जिसे पीयूष और अन्य आरोपियों के खिलाफ अदालत में ठोस सबूत बना कर पेश किये जा चुके है।
पुलिस के पास डायरी के अतिरिक्त भी पीयूष और उसकी प्रेमिका के बीच हुए सैकड़ों एसएमएस के प्रिंट आउट भी पुलिस को प्राप्त हुआ। 

पुलिस सूत्रों के अनुसार ज्योति ने डायरी में लिखा है कि दुनिया की निगाह में मैं पीयूष की पत्नी हूं, किससे कहूं और कैसे कहूं कि मैं पत्नी नहीं, पत्नी जैसी हूं (आई एम हिज सो काल्ड वाइफ) उसने मुझे कभी पत्नी का दर्जा नहीं दिया। वह मुझे कुछ समझता ही नहीं है, जाने क्यों वह मुझसे नफरत करता है, लेकिन परिवार की बदनामी के डर से मैंने यह बात किसी को नहीं बताई और हमेशा पत्नी की भूमिका निभाती रही।  
ज्योति ने आगे लिखा है, पीयूष मुझे मानसिक रूप से सताने का कोई मौका नहीं छोड़ता। वह अपनी मां बहन सबके लिये जेवर लाता है, लेकिन मेरे लिये कभी एक अंगूठी तक नहीं लाया। सबका जन्म दिन उसे याद रहता और वह पार्टी देता है लेकिन मेरा जन्म दिन वह भूल जाता है।
उसने मुझसे कभी नहीं पूछा कि मुझे क्या चाहिये, मेरी पारिवारिक जीव चौपट हो गया है, पीयूष बस अपनी महिला दोस्तों में मस्त रहता है। मुझे जेवर चाहिये, गिफ्ट या कुछ और, मुझे उसका प्यार और केयर चाहिये, बस उसका प्यार चाहिये।
ज्योति ने आगे लिखा है, पीयूष मेरे साथ हनीमून मनाने गया था। वहां वह एयरपोर्ट पर मुझे छोड़कर दो घंटे के लिये गायब हो गया था। जब वह लौटा तो मैंने इस बारे में उससे पूछा उसने बताया कि वह दोस्तों से बातचीत करने गया था।
हनीमून के दौरान भी हम लोग अजनबी की तरह रहे। वह घंटों अपने दोस्तों से बातचीत और मैसेज में ही व्यस्त रहता था। उसके पास मेरे साथ कुछ पल बिताने का मौका ही नहीं था। मेरी जिन्दगी में पीयूष नहीं बस उसका नाम और उसकी बेवफाई ही रहेगी। ज्योति ने अपनी डायरी में कुछ शेरो शायरी भी लिखी है।

इस हत्याकांड में कुल छह आरोपी जेल में हैं। इस हत्याकांड में पीयूष और अवधेश ने मीडिया के समक्ष ज्योति की हत्या की साजिश में अपना हाथ होने की बात कबूल की है, सबसे महत्तवपूर्ण मोबाइल फोन और एसएमएस का रिकार्ड है इसमें पीयूष और उसकी प्रेमिका और चालक अवधेश के बीच बातचीत है। ज्योति हत्याकांड में केस फाइल हो चूका है पर अभी तक किसी आरोपी को सजा नहीं मिली है। 

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