दुनिया काफी तरक्की कर चुका है, लेकिन अंधविश्वास और डर आज भी कम नहीं हुआ है। दुनिया के तमाम देशों में अंधविश्वास अपना जड़ फैलाए हुए है। लोग आज भी भूत-प्रेत, डायन आदि को मानते हैं। ऐसी कहानियों को भी बड़े चांव से सुनते हैं। सोचिए, अगर वाकई में ये कहानियां हकीकत बनकर सामने आ जाएं तो क्या होगा। ऐसा सोचकर ही कठोर से कठोर व्यक्ति भी कांपने लगता है।
दुनियाभर में ऐसी कई जगहें हैं, जो भूत-प्रेत या भटकती आत्माओं के कारण सुर्खियों में रहे हैं। इन जगहों पर भूलकर भी कोई जाना पसंद नहीं करता है। ऐसे स्थान हजारों वर्षों से एक भयानक श्राप को झेल रहे हैं। लोगों की माने तो ये सभी स्थान पूरी तरह भटकती आत्माओं की चपेट में हैं। यहां जानें पर आत्माएं लोगों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
राजस्थान में स्थित भानगढ़ का किला सबसे खतरनाक हॉंटेड प्लेस है। सरकार ने भी पर्यटकों को यहां अंधेरा होने से पहले चले जाने की चेतावनी जारी कर रखी है। लोगों का मानना है कि बहुत समय पहले यहां रत्नावती नाम की बहुत सुंदर राजकुमारी रहती थी जिस पर एक तांत्रिक ने काला जादू कर दिया था। इसके बाद राजकुमारी को अपने वश में करके तांत्रिक ने उसका शारीरिक शोषण किया, लेकिन एक दुर्घटना के चलते उस तांत्रिक की मृत्यु हो गई। ऐसा कहा जाता है कि आज भी उस तांत्रिक की आत्मा वही भटकती रहती है। तांत्रिक के श्राप के अनुसार वह स्थान कभी भी बस नहीं सकता। वहां रहने वाले लोगों की मृत्यु हो जाती है, लेकिन उनकी आत्मा को मुक्ति नहीं मिलती।
जापान के फुगी पहाड़ के बेस में बसा है ओकीघाहारा, जिसे सुसाइड फॉरेस्ट भी कहा जाता है। यह फॉरेस्ट दुनिया में सुसाइड करने के लिए कुख्यात है। हजारों लोग आत्महत्या करने के लिए इस जंगल में जाते हैं। 2004 में 108 लोगों ने यहां आत्महत्या की थी। यहां की लोकल पुलिस ने लोगों को सचेत करने के लिए जंगल के आसपास बोर्ड लगाएं हैं। इन बोर्ड पर लिखा है कि आपका जीवन आपके माता-पिता के लिए गिफ्ट है। यदि आप आत्महत्या करने की सोच रहे है तो पहले पुलिस से कंसल्ट करें। ऐसा कहा जाता है कि जिन लोगों की यहां मौत हुई है उनकी आत्मा यहां भटकती है। वहीं यह भी कहा जाता है कि प्राचीन समय में जापान में अकाल पड़ा था और लोगों के पास खाने के लिए नहीं था, कुछ लोग भूख के कारण मर गए थे, जिनकी आत्मा यहां भटकती है।
इस क्लब का निर्माण 1725 में शिकार लॉज के रूप में किया गया था। यह डबलिन के एक छोटे से ग्रुप के इकट्ठा होने की जगह बन गया। ये ग्रुप यहां इकट्ठा होकर शैतान की पूजा करता था। इस जगह के बारे में कहा जाता है कि यहां पशुओं की बलि दी गई, पुरुषों का मारा गया और कई हत्याएं भी हुई। ऐसा कहा जाता है कि जिन लोगों को मारा गया, उनकी आत्माएं यहां भटकती हैं।
5. मनीला फिल्म सेंटर, फिलिपीन्स
5. मनीला फिल्म सेंटर, फिलिपीन्स
इस सेंटर के बारे में कहा जाता है कि 17 नवंबर 1981 को जब मचान पर सीमेंट को सुखाने के लिए तकरीबन 169 वर्कर्स चढ़े तो मचान ढह गई। मचान ढहने से वर्कर्स इसके नीचे दब गए। 9 घंटे तक कोई बचाव दल इस स्थान पर नहीं पहुंचा। ऐसा कहा जाता है कि कोई भी वर्कर जिंदा नहीं बचा था, जिनकी आत्माएं यहां भटकती है।
6. ड्रेग्सोल्म स्लॉट, डेनमार्क
6. ड्रेग्सोल्म स्लॉट, डेनमार्क
इसका निर्माण मुख्य रूप से 1215 में किया गया। 16वीं और 17वीं शताब्दी में इसका कुछ हिस्सा जेल के रूप में उपयोग किया जाता था, जहां कुछ महान उच्च रैंक वाले लोगों को रखा जाता था। इसे 1694 में बैरेक स्टाइल में दोबारा बनवाया गया। ऐसा कहा जाता है कि इसमें तीन भूत रहते हैं, जिनमें एक ग्रे लेडी, एक सफेद लेडी और एक भूत बोथवेल के अर्ल जेम्स हेपबर्न का है।
इस जगह को बोगडन पेट्रीसीक्यू हेसडन ने अपने 19 साल की बेटी की मौत के बाद कैम्पिना रोमानिया में बनवाया था। हेसडन ने अपना महल और बाकी का जीवन इयूलिया को समर्पित कर दिया था। हेसडन अपनी बेटी से बात करने के लिए उसकी आत्मा से जुड़ने की कोशिश करने लगा। इस काम के लिए उसने एक कमरा सुरक्षित कर रखा था। ऐसा कहा जाता है कि आज भी इयूलिया इस महल में सफेद कपड़े पहने घूमती है और रोज रात को पियानो बजाती है।
नोरफ्लॉक का रायहम हॉल ब्राउन लेडी की आत्मा का निवास माना जाता है। ब्राउन लेडी को डोरोथी वॉलपोले (1686-1726) का भूत कहा जाता है, जो ग्रेट ब्रिटेन के पहले प्रधानमंत्री रॉबर्ट वॉलपोले की बहन थी। उसका अफेयर एक अन्य व्यक्ति से चल रहा था। कहा जाता है कि उसके पति चार्ल्स टाउनशेंड को इस बारे में पता चल गया और उसने डोरोथी को रायहम हॉल में बंद कर दिया। इसी कमरे में उसकी मौत हो गई। ऐसा कहा जाता है कि इसके बाद से उसकी आत्मा यहां भटकती रहती है। 1825 में जह रायहम हॉल में क्रिसमस की पार्टी चल रही थी, तब पहली बार ब्राउन लेडी को देखा गया। 19 सितंबर 1936 को कंट्री लाइफ मैगजीन के फोटोग्राफर ने ब्राउन लेडी का फोटो क्लिक किया था। फोटोग्राफर को कैमरा के लेंस में ब्राउन लेडी का कुछ अक्स दिखा था।
9. चेट्यू डे चेट्यूब्रेंट, फ्रांस
9. चेट्यू डे चेट्यूब्रेंट, फ्रांस
चेट्यू डे चेट्यूब्रेंट का निर्माण 11वीं शताब्दी में किया गया था। 16वीं शताब्दी से इसे हॉन्टेड प्लेस माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि फ्रांसिस राजा को उनके एक कर्मचारी जीन डे लावल की पत्नी फ्रांससोइ डे फॉक्स से प्यार हो गया था। बाद में फ्रांससोई की मौत रहस्मय परिस्थितियों में हो गई। ऐसा कहा जाता है कि डे लावल को जब अपनी पत्नी के अफेयर के बारे में पता चला तो उसे एक कमरे में बंद कर दिया। 16 अक्टूबर 1537 में उसकी मौत हो गई। हर साल 16 अक्टूबर को उसकी आत्मा चेट्यू में चलती दिखाई देती है।
इस थिएटर में फ्रेड्रीसी नाम का भूत रहता है। कहा जाता है कि फ्रेडरिक बेकर या फ्रेड्रीसी एक इटेलियन सिंगर था, जिसकी मौत 1888 में एक परफॉर्मेंस देते समय हो गई थी। प्रस्तुति देते समय उसके पैरों के नीचे ट्रैप डोर आने से वह स्टेज पर गिर गया और उसकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। कई सालों तक थिएटर में प्रस्तुति के दौरान फ्रेड्रीसी के लिए एक कुर्सी खाली छोड़ी जाती थी। वर्तमान में इस जगह पर कोई जाना पसंद नहीं करता है। लोगों का मानना है कि फ्रेड्रीसी की आत्मा यहां आज भी भटकती है।
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